‘राम-लीला’ में दीपिका को खास लुक देने में है मोदी का हाथ!
‘राम-लीला’ में दीपिका पादुकोण को गुजराती परिवेश में तैयार करने वालीं अंजू मोदी भारतीय फैशन में खास पहचान रखती हैं। वे पारंपरिक कढ़ाई और बुनाई के गहरे अध्ययन के बाद ही डिजाइनर कपड़े बनाती हैं। अंजु ने दीपिका के लुक के लिए बहुत मेहनत की। साथ ही कच्छ की बारिकियों को भी ध्यान में रखकर सारी ड्रेसेस डिजाइन की।
2010 में अंजू को मैरी क्लेयर ने बेस्ट इंडियन डिजाइनर अवॉर्ड के लिए नामांकित किया था। 2006 में पैरिस में आयोजित हेयर्स फैशन फेस्टिवल में उन्होंने अपना कलेक्शन पेश किया था। अंजू बचपन से ही हैंडलूम मटीरियल, पुराने जमाने की कढ़ाई और बुनाई के प्रति खासी रुचि रखती थीं। इसलिए उन्होंने फैशन डिजाइनिंग की राह चुनी। 1990 में अपना लेबल ‘हाउस ऑफ मोदी’ शुरू किया। इसमें एक और लेबल आता है ‘एएम:पीएम’, जो उनके बच्चों अंकुर और प्रियंका मोदी का है। देश में फैशन डिजाइन काउंसिल ऑफ इंडिया (एफडीसीआई) का गठन करने वाले सदस्यों में वे भी एक रहीं हैं। 2009 में पर्यटन विभाग ने लॉस एंजिलिस में होने वाले इंडिया कॉलिंग सेशन में उन्हें आमंत्रित दिया था। अपने काम में वे सबसे अलग दिखना चाहती थीं इसलिए सिथेंटिक के बजाय कॉटन, सिल्क, चंदेरी जैसे हाथ से बुने जाने वाले फैब्रिक चुने। उन्हें हैंडलूम मटीरियल को कंटेंपरेरी अंदाज में पेश करने का श्रेय दिया जाता है। वे बहुत पुरानी तकनीक टाई एंड डाई, वेजिटेबल डाई और ब्लॉक प्रिंटिंग व जरी जैसी एम्ब्रॉयडरी को जिंदा रखने में जुटी हैं। उन्होंने बांधनी को ज्यामितीय रचनाओं और न्यूट्रल कलर्स में रंगा तो कोटा सिल्क, बॉइल्ड वूल जैसे फैब्रिक बनाए हैं। फिल्मों की बात करें तो उन्होंने के वल ‘राम-लीला’की कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग की है। हर कॉस्ट्यूम को बनाने में तीन से चार हफ्ते का समय लगा और इसमें उन्होंने गुजरात के पारंपरिक कच्छ वर्क को प्राथमिकता देते हुए उसे मौजूदा अंदाज में पेश किया। सारी ड्रेस कॉटन से बनाई गईं। एम्ब्रॉयडरी में जरी, मुकेश, कच्छ, जरदोजी और प्रिंट्स में टाई एंड डाई, बांधनी को प्राथमिकता दी, ताकि फील वैसा ही आ सके। अंजू मोदी द्वारा डिजाइन की गई ड्रेस में एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण।
होली के इस गीत में दीपिका को कलरफुल लहंगा पहनाया, जिसमें वाइट का एक पैच ही रखा।