सर्फ फैशन के लिए नहीं होते सनग्लासेजः
भारत में किसी भी सामान्य व्यक्ति से पूछिए कि आप सनग्लासेज क्यों लगाते हैं, तो अधिकतर का जवाब होगा, अपने व्यक्तित्व को ग्लैमरस बनाने के लिए। अधिकतर लोग इसे गर्मियों के दिनों में लगाते हैं, लेकिन इसकी जरूरत के हर समय के बारे में जानकारी नहीं रखते। बेहद कम लोगों को यह जानकरी होगी कि सनग्लासेज सूरज की हानिकारक अल्टृावायलेट किरणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। आंखों को होने वाली लाॅंग टर्म समस्याएं जैसे कि मैक्युलर डीजनरेशन और मोतियाबिंद का संबंध सूरज की किरणों के लगातार संपर्क से भी होता है। सनबर्न से होने वाली एक अन्य समस्या भी बेहद आम है, जिसे फोटोकेराटाइटिस कहते हैं। इतना ही नहीं, कई प्रकार के जानलेवा कैंसर का संबंध भी यूवी किरणों से होता है। यूवी किरणों से 100 फीसदी सुरक्षा देने वाली क्रांतिकारी पोलराइज्ड तकनीक वाले सनग्लासेज बनाने वाली कंपनी मौउ जिम ने फिनिक्स माॅल में एक जागरूकता सत्र का आयोजन किया, जिसमें लोगों को बताया गया कि किस तरह से सनग्लासेज उनकी आंखों को खतरनाक किरणों से सुरक्षा प्रदान करते हैं। इस बहु-क्रियाकलापों वाले सत्र का आयोजन गांगर आॅप्टीशियन के साथ मिलकर किया गया था। यह 25 दिसंबर से 28 दिसंबर तक चार दिनों तक चलाया गया। मौउ जिम इंडिया के प्रबंध निदेशक श्री आई रहमतुल्ला कहते हैं, ’’सूरज की खतरनाक यूवी किरणें न सिर्फ त्वचा को बल्कि आंखों को भी नुकसान पुहंचाती हैं। लंबे समय तक लगातार इसका एक्सपोजर होने पर आपकी आंखों को स्थायी नुकसान भी हो सकता है। अल्टृावायलेट किरणें जिन्हें यूीवए और यूवीबी कहते हैं, में आपकी आंखों की रेटिना और काॅर्निया को नुकसान पहुंचाने की क्षमता होती है। बावजूद इसके भारत में लोग सनस्क्रीन की जरूरत को लेकर तो जागरूक हैं, मगर सनग्लासेज की जरूरत को लेकर नहीं। इतना ही नहीं, सनग्लासेज लगाने वाले लोग भी इस बात की ओर शायद ही ध्यान देते हैं कि उनके सनग्लासेज यूवी किरणों से सुरक्षा देने में सक्षम हैं भी या नहीं। हमारे इस आयोजन का उद्देश्य लोगों को इसी संबंध में जागरूक करना था।’’
सनग्लासेज को लेकर दूसरी जो सबसे बड़ी भ्रामक धारणा है, वह यह है कि सनग्लासेज सिर्फ गर्मियों में इस्तेमाल होने वाली एक्सेसरीज हैं। सूरज की रोशनी ठंड के दिनों में भले थोड़ी कम तीखी हो सकती है लेकिन इसकी यूवी किरणें हर मौसम में उतनी ही असरदार होती हैं। सत्र के दौरानत् लोगों ने मौउ जिम के विशेषज्ञों के साथ बातचीत की और आंखों की सुरक्षा से संबंधित अपने सवालों के जवाब पूछे। उन्हें आंखों की सुरक्षा वाले उत्पादों के बारे में भी बताया गया और आंखों के लिए परामर्श भी दिए गए।
मौउ जिम के सनग्लोसज प्रेस्क्रिप्शन में भी उपलब्ध हैं, ऐसे में उन लोगों को भी बाहर निकलते समय
सनग्लासेज लगाने की सुविधा मिल सकती है, जिनकी आंखों में पाॅवर वाले चश्मे लगे हैं। क्योंकि सूरज की किरणें आपकी आंखों पर विभिन्न कोणों से पहुंचती हैं, ऐसे में मौउ जिम के लेंस ऐसी तकनीक के इस्तेमाल से बलाए जाते हैं जो आपको हर तरफ से पूरी सुरक्षा प्रदान करें। इसका पोलराइजेशन फिल्टर 99.9 फीसदी रिफ्लेक्टेड चमक को सोखता है, एक बाई-ग्लेयर मिरर सभी प्रत्यक्ष किरणों को रिफ्लेक्ट करता है और एंटी-रिफ्लेक्शन टृीटमेंट बाउंस-बैक होने वाली चमक को पकड़ लेता है।