रोशन करें बगिया
एक घर में प्रवेश करने का माध्यम सबसे पहले आपकी बगिया या लॉन होता है. इसलिए इन त्योहारों के मौसम में आप इन्हें उपेक्षित तो नहीं ही करना चाहेगीं. रोशनी का त्योहार दीवाली हो या फिर किसी तरह की पार्टी. अगर आप अपनी बगियां के सौंदर्य में चार चांद लगाना चाहती हैं तो बस इसे महज रोषनी से संवार दें फिर देखें कि त्योहारों की पार्टी का मजा कैसे दुगुना हो जाएगा.
रोशनी में वह जादू होता है जो खुशी के माहोल को रोमांटिक और रोमांचक बना देता है. लाइट की रंग-बिरंगी रोशनी में सभी का मूड खुषनुमा हो जाता है. इसलिए त्योहारों का मजा उठाना चाहती हैं तो अपनी बगिया चाहे वह कितनी ही छोटी-मोटी हो, उसे लाइट का मैजिक जरूर दिलाएं. इसके लिए आपको बहुत ज्यादा कुछ नहीं करना पड़ेगा. यदि आपके पास बहुत सी आउटडोर लाइट्स नहीं हैं तो भी ज्यादा चिंता की बात नहीं हैं. आप इंडोर लाइट्स को ही दुगुना प्रयोग से बाहर यूज कर सकती हैं.
रोशनी की झालर-
आमतौर पर रोषनी के लिए स्ट्रिंग लाइट का प्रयोग किया जाता है. इसे पेड़-पौधों पर आसानी से फिक्स करके लगाई जा सकती हैं. इसे टेबल, डेस्क पर भी समानतौर पर लगाकर रोशनी की जा सकती है.
रंग-बिरंगी रोशनी –
चेंजिंग लाइटिंग देखने में काफी अच्छी लगती हैं. परमानेंट जलने वाली लाइट अगर कलरफुल हो तो वह भी अपना सम्मोहक लुक छोड़ने में कामयाब रहती है. इसके साथ कंदील लटकाए जा सकते हैं जो अपनी मध्यम रोषनी से जादू कियेट करते हैं.
सेंट्रल टेबल की लाइटिंग-
पार्टी या त्योहारों में खाने पीने की बात न हो ऐसा हो ही नहीं सकता है. इसके लिए लालटेन या लैम्प को जला सकते हैं. इस तरह की रोषनी आपकी बुफे टेबल या सेंट्रल टेबल का लुक बदल सकती है.
कार्नर की जगमगाहट-
रोशनी ऐसी होनी चाहिए कि कोई कोना छूटना नहीं चाहिए. वैसे कोनों में खासतौर पर अधिक रोषनी करके रखनी चाहिए. जो दूर से देखने पर काफी सुंदर लगती है. फ्लोर लैम्प का सबसे अच्छा प्रयोग इन्हीं कोनों को जगमगाने में किया जा सकता है.
बैटरी से चलने वाली लाइट-
लाइट की सजावट के लिए बैटरी से चलने वाली लाइट एक अच्छा आप्सन हो सकता है. यदि आप पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचाए बगैर अपनी बगिया को रोषन करना चाहते हैं तो बैटरी-चालित लाइटिंग कर सकती हैं.
कैंडल की रोशनी
– रोशनी की सजावट में आप परमानेंट-टेमपरी लाइट के अलावा दिये और कैंडल से भी रोशनी कर सकती हैं. थोड़ी देर के लिए ही सही इसकी रोशनी आपका मन मोह सकती है.
लाइटिंग करने से पहले ध्यान रखें
-सबसे पहले एक एलेट्रिशियन को बुला कर अपने बगीचे का निरीक्षण करा लें. उससे सलाह लेकर लाइट की सेंटिग बगैरह करवा सकती हैं.
-अपनी बगिया को व्यवस्थित कर लें. प्लांट पॉट को साफ-सुथरा करके, यदि पेंट करने की जरूरत हो तो वह भी कर लें, एक क्रम में सजा लें. ध्यान में रखें कि पौधे इस तरह से व्यवस्थित करें कि उन्हें पानी और धूप आसानी से मिलती रहें.
-फलावर पॉट सजाने का मतलब यह नहीं है कि आप उन्हें ऐसी जगह पर नहीं रखे जहां से उठने-बैठने-चलने और काम करने में दिक्कत आएं.
-छोटे और नाजुक पौधों में लाइट लैम्प और लाइट झालर का अनावष्यक भार न डालें. इससे पौधों को नुकसान पहुंच सकता है.
-लाइटिंग के लिए वह पौधा या पेड़ चुनें जिसका तना मजबूत हो.
-पहले से यह निर्धारित कर लें कि जो पौधे लाइट के लिए अधिक सेंसटिव हों उनमें लाइट न सजाएं.
-लाइटिंग के लिए वह पेड़ न चुने जिस पर पक्षियों ने अपने घोसले या मधुमखियों ने अपने छत्ते बनाएं हों.
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